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छुईखदान _। बस्ता मुक्त शनिवार को एक नया पहल नई सोच का कार्यक्रम रखा गया था।प्रत्येक सप्ताह कुछ नया करने का प्रयास किया जाता है।इस सप्ताह शासकीय प्राथमिक शाला पुरेना के प्रधान पाठक श्री तुलेश्वर कुमार सेन ने सभी बच्चों के दादा दादी, नाना नानी,मम्मी पापा से मिलने का कार्यक्रम बनाया ।इस कार्यक्रम के माध्यम बच्चों की दिनचर्या, स्वच्छता,पढ़ने लिखने का समय, संस्कार, वातावरण, खेल कूद,मोबाइल,टीवी सहित व्यवहारिक, पारिवारिक, सामाजिक दायित्वों का जानने का प्रयास किया। कौन बच्चा परिवार में सहयोग करता है,कौन बड़े भाई बहनों, माता पिता, दादा दादी,नाना नानी की आज्ञा का पालन करता है।कौन बच्चा घर में बड़े छोटे भाई बहनों से लड़ाई झगड़ा करता है।शिक्षक के द्वारा बताएं गए कितने प्रतिशत बातों का अपने जीवन में अमल करता है।उनसे मिलेंगे बात करेंगे। आपके ग्राम में मुझे एक वर्ष पूर्ण हो गया है।इस एक वर्ष में मुझसे जितना बन पड़ा प्रयास कर रहा हूं।क्या खोया क्या पाया और क्या करना बाकी है चिंतन मनन किया।और हमारे स्कूल शासकीय प्राथमिक शाला पुरेना के जितने भी बच्चे का नवोदय विद्यालय में चयन होगा सभी को अपने तरफ से एक _एक हजार एक रुपया अपने तरफ से दूंगा ।इनका समीक्षा होना चाहिए।शुक्रवार को ही सभी बच्चों को बता दिया था कल बस्ता मुक्त शनिवार है और आप सभी अपने दादा दादी नाना नानी को शाला लेकर आएंगे। आज की बैठक में लगभग 15/20 पालक अपनी उपस्थिति दी।सभी लोग अपने कार्यों से जैसे भी समय मिला उसके हिसाब से हमारे शाला परिसर में आया ।आज के कार्यक्रम में प्रधान पाठक तुलेश्वर कुमार सेन,सहायक शिक्षक गोकुल राम वर्मा,अतिथि शिक्षक कुमारी ओगेश्वरी धुर्वे,पालकों की ओर से पांच बच्चे शारदा, देवराज, प्रवीण, कौशल, कलेश्वरी के दादा जी सर्वश्री मनहरण जंघेल, आशीष की माता जी श्रीमती रेवती बाई,प्रिया और हरीश के दादा जी समय लाल खरे, भोजेन्द्र की माता जी फूल बाई, तुषार और कामनी की दादी श्रीमती प्रभा बाई, रूपेश और लोकेश्वरी की माता जी जंत्री बाई,कामता की पिता जी प्यारे लाल ,सुधा के पिता जी मोती राम,कुमारी विद्या,लोचन,कनिका और हर्षिका की दादी श्रीमती धान बाई,कुमारी लावण्या, नैतिक, भुनेश्वरी,वासनी,रूपेश की दादी केशर बाई ,कुमारी दीपाली और तुनिका के बड़े भाई चुम्मन,कुमारी नेहा की नानी श्रीमती बोधनी बाई,कुमारी पल्लवी,हर्ष,देवा और किशन के दादा जी श्री करण जंघेल और कुमारी सोनम की माता जी श्रीमती सुरजा बाई उपस्थित हुई।बाकी सभी बच्चों के पालकों से निवेदन है जब भी आपके स्कूल के शिक्षक आप लोगों को शाला में बुलाते हैं।आप सब जरूर आया कीजिए।