विष्णु चंसोलिया की रिपोर्ट
उरई , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महेंद्र कुमार रावत ने आज जिला कारागार उरई का साप्ताहिक भ्रमण किया तथा जिला कारागार में जेल लोक अदालत का आयोजन किया गया। उन्होंने विभिन्न बैरकों का भ्रमण किया और वहां निरूद्ध बन्दियों से पूछ-तांछ करते हुये उनकी समस्यों को जाना समझा तथा जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस मौके पर जेल प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद रहे।
निरीक्षण में सचिव/अपर जिला जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श महेन्द्र कुमार रावत ने बन्दियों के मुकदमों की पैरवी, उनको दी जाने वाली विधिक सहायता/सलाह और महिला बन्दी व उनके साथ रह रहे बच्चों की चिकित्सा व खान-पान इत्यादि के बारे में जाना-परखा। उन्होंने कई बन्दियों से अलग-अलग जानकारी ली एवं जेल प्रशासन को निर्देशित किया कि कोई भी ऐसा बन्दी जिसका निजी अधिवक्ता न हो अथवा विधिवत् ढंग से न्यायालयों में पैरवी न हो पा रही हो, को विधिक सहायता दिलाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें । इसीप्रकार जो बन्दी दोषसिद्ध हो चुके हैं, की अपील न हो पाने की स्थिति में नियमानुसार जेल अपील करायी जाये। इसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से आवश्यक समन्वय बनाकर ऐसे प्रकरणों का निर्धारित समयावधि में निस्तारण किया जाये ताकि अपील की मियाद समाप्त न होने पाये। जेल अपील कराये जाने में यदि कोई विधिक समस्या आ रही है तो उसको जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संज्ञान में लाते हुये द्वारा उचित माध्यम माननीय उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति से यथा आवश्यक पत्राचार किया जाये।
इसके उपरान्त जिला कारागार उरई में जेल लोक अदालत का भी आयोजन किया गया जिसमें पीठासीन अधिकारी श्री मोहित निर्वाल, अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट, कोंच द्वारा कुल नियत 16 मामलों में से 12 का निस्तारण कर निर्धन एवं असहाय, जमानतगीर दाखिल करने में अक्षम बन्दियों को माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार रिहाई आदेश पारित कर राहत प्रदान की गयी।
इस अवसर पर जेल अधीक्षक नीरज देव, कारागार चिकित्साधिकारी डॉ0 राहुल बर्मन, कारापाल प्रदीप कुमार, उप कारापाल तारकेश्वर सिंह, श्री अमर सिंह एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जालौन के कनिष्ठ लिपिक शुभम् शुक्ला भी उपस्थित रहे।