फर्जी कंपनी के नाम पर धन बीज बेचने वाला पुलिस हिरासत में

राज्य

 

इंदल प्रसाद खटीक के साथ दीनदयाल साहू 

कोंड़ागांव।  गोकुल प्रधान निवासी रांधना के द्वारा लिखित शिकायत पर थाना फरसगांव में अपराध क्रमांक 159/2024 धारा 420,34 भादवि. कायम कर विवेचना में लिया गया। किसानों की समस्या को प्राथमिकता देते हुए मामला गंभीर होने से कोंड़ागांव एसपी येदुवल्ली अक्षय कुमार के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन में तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी फरसगांव अनिल विश्वकर्मा के पर्यवेक्षण में 2 अलग-अलग टीमें दीगर राज्य रवाना हुई थी, जिस पर विगर बायोटेक प्रायवेट लिमिटेड के छत्तीसगढ़ राज्य के स्टेट हेड आरोपी बंश बहादुर मानिकपुरी पिता दशरथ राम मानिकपुरी उम्र 39 वर्ष निवासी बिहारपुर थाना जयनगर जिला सूरजपुर छग. को टीम आज शुक्रवार को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा रहा है, तथा अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है, तथा दीगर राज्यों में पुलिस की टीम दबिश दे रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी गोकुल प्रधान निवासी रांधना के द्वारा लिखित शिकायत दिया गया था, जिसमें शंकर कृषि केन्द्र रांधना के रमापति पाठक संचालक उमाशंकर पाठक तथा विगर बायोटेक प्रायवेट लिमिटेड के मालिक एवं एमडी., जीएम, सभी के द्वारा ज्यादा धान पैदावार होगा कहकर छल करते हुए बेईमानी पूर्वक खराब धान को असली बताकर धोखा देकर, धान बीज बेचते समय बताए थे, कि विगर चंचल हाईब्रिड ओरिजिनल थान बीज को खरीद कर लगाने से प्रति एकड़ 40-45 क्विटल धान की उपज आएगी एवं कीडा भी नही लगेगा जिसकी गारण्टी हम देते है। वहीं फोन पर कंपनी के स्टेट हेड एमडी से बात कराकर हमें आश्वस्त भी कराया गया था। उक्त बहकावे में आकर लगभग 200 किसान लगभग 1200 पैकेट विगर चंचल हाइब्रिड धान को अपने खेतों में लगाए। लेकिन फसल पकने के समय धान बाली गल्ले के पास सूख कर सभी धान टूट गया। जिससे कृषि विभाग को सूचित करने पर कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ उक्त नुकसान का मौके पर जांच कर रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया गया। व्यक्तिगत रूप से प्रार्थी गोकुल प्रधान को 3 लाख 80 हजार रूपये का नुकसान हुआ एवं अन्य किसानों को भी उक्त धान फसल लगाने से भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा।

उक्त कार्यवाही मे निरीक्षक संजय सिन्दे थाना प्रभारी फरसगांव, सउनि पिताम्बर कठार, प्र.आर. पवन मण्डावी थाना बडेडोंगर, कन्हैयालाल बजरंगी, प्रेमप्रकाश वैध आरक्षक धनीराम सलाम आरक्षक मनोज कुमार पोयाम का योगदान रहा

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