आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा – पीड़िता सुमन पत्नी बेनी वर्मा ग्राम मवईबुजुर्ग तहसील व जिला बांदा की निवासी है गत दिनों उसके घर आग लग गयी थी। जिसमें पूरा मकान जलकर राख हो गया था तथा उस अग्नि कांड नई उनकी एक भैंस भी जलकर मर गयी थी।
सुमन पत्नी सेनी राम थक हार कर बच्चो संग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और जिलाधिकारी को लिखित शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है,
जिससे पीड़िता को भैंस के जल के मरने का पैसा
37000/-रूपये मिला था जो आज भी पासबुक में दर्ज है। तथा प्रार्थिया ने आवास हेतु लिखित शिकायत पत्र दिया था परन्तु आज तक आवास का पैसा नहीं मिला और न ही
कॉलोनी की लिस्ट में नाम आया आज भी पीड़िता पूरे परिवार को लेकर के प्लास्टिक पन्नी डालकर रह रही है। पानी बरसने के बाद प्रार्थिया के घर में पानी भर जाता है तथा
आगे आने वाली ठण्डी में खुले आसमान में पूरे परिवार को सोना पड़ेगा। प्राया
कई बार ब्लाक के सचिव व ग्राम प्रधान से आरजू मिन्नत कर चुकी है परन्तु आज
तक कोई सुनवाई नहीं हुई है यहां तक की लेखपाल शुक्ला जो वर्तमान में मौजा लेखपाल है उसने कहा कि तुम्हारा आदमी पागल है तुम्हारी कॉलोनी नहीं बनेगी इस बात के पीड़िता के पास दो गवाह भी हे तथा ब्लाक सचिव कोमल सिंह का कहना है कि तुमको 70,000/-रूपये की कॉलोनी मिल चुकी है जबकि वह कॉलोनी बाबा के नाम आयी थी। और वह कॉलोनी 15 वर्ष पुरानी है।