आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा।सीएचसी में रात्रिकालीन इमरजेंसी स्वास्थ सेवाओ के लिए चिकित्सको का टोटा है।आयुष सहित सिर्फ तीन चिकित्सक ड्यूटी करते हैं।इलाज में लापरवाही के मामले में सीएमओ ने अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है।चिकित्साधीक्षक ने अस्पताल स्टाफ के साथ बैठक की है।
तीस सैय्या के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में एक आयुष चिकित्सक सहित तीन पुरुष व एक आयुष सहित कुल तीन महिला चिकित्सको की तैनाती है।चिकित्साधीक्षक डॉ विपिन शर्मा ने बताया कि महिला चिकित्सक रात्रिकालीन ड्यूटी नही करती।तीन चिकित्सक दिन की ओपीडी और रात में इमरजेंसी सेवाएं प्रदान करते हैं। बताया कि कई विषय विशेषज्ञ चिकित्सको के पद लंबे समय से खाली है। चिकित्सको की कमी के कारण तमाम सामान्य रोगियों को भी जिलाअस्पताल रेफर किया जाता हैं।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अनिल श्रीवास्तव ने रात में चिकित्सा सेवा में लापरवाही की शिकायत पर स्पष्टीकरण मांगा है। चिकित्साधीक्षक डा विपिन शर्मा ने सीएचसी के स्टाफ के साथ बैठक कर निर्देश दिए हैं कि अस्पताल आने वाले रोगियों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराया जाय, कहा कि जिस कर्मचारी की ड्यूटी जिस कार्य में लगी है उसका जीम्मेदारी से निर्वहन करें।लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।