रिपोर्ट- सोनू करवरिया
नरैनी-आज गौरक्षा समिति के पदाधिकारियों द्वारा महुआ ब्लॉक की ग्राम पंचायत बहेरी में बनी अस्थाई गौशाला का निरीक्षण महुआ ब्लॉक के ब्लाक अध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव द्वारा किया गया उनके वहां पर पहुंचने पर गौशाला के गेट पर ताला लटकता हुआ पाया गया उन्होंने देखा की गौशाला के पीछे साइड जहां पर दलदल है उसी पर गौशाला में बंद सभी गौ वंशों को एक जगह एकत्र करके उन्हें कैद कर दिया गया है जबकि जहां पर नीचे फर्श बनी हुई है वहां पर खाली पड़ा हुआ है जिसे आप वीडियो और फोटो के माध्यम से देख भी रहे होंगे इस कृत्य के बारे में जब पुष्पेंद्र यादव द्वारा ग्राम पंचायत बहेरी ग्राम प्रधान से जानकारी ली गई की यहां पर ना तो कोई केयरटेकर है और ना यहां पर कोई खाने की व्यवस्था दिखाई दे रही है तो उनका जवाब मिला की वहां दिनभर कोई केयरटेकर नहीं रहता है और ना कोई इतना फुरसत है कि वहां दिन भर कोई बैठे जबकि शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा यह आदेश भी है कि वहां पर केयरटेकर का रुकना अनिवार्य है लेकिन ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव की लापरवाही से इस गौशाला की समुचित देखभाल करने वाले नदारत हैं जिसके चलते अंदर कैद गौवंशों के साथ कोई भी दुर्घघटना हो सकती है इसका जिम्मेदार कौन होगा तथा ग्रामीणों द्वारा जानकारी भी मिली की इस गौशाला में केवल एक ही केयरटेकर नियुक्त है बाकी यहां पर दूसरा कोई नहीं है तथा खाने के लिए नाम मात्र के लिए कुछ ही भूसा डाला जाता है जबकि इसमें इन बेजुबान गौ वंशों का क्या कुसूर है । उत्तर प्रदेश सरकार हमेशा बराबर इन गौ वंश के प्रति सचेत रहती है तथा इनके लिये सारी व्यवस्था करने का प्रयास भी कर रही है लेकिन यहाँ पर जो ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव हैं उनके द्वारा की जा रही मनमानी से भूख और प्यास से तड़पते गौवंश दलदल में रहकर अपना दम तोड़ने को मजबूर हो रहे हैं इस तरह की घटनाएं आज बराबर होती चली आ रही हैं जो कि अन्य क ई गौशालाओं में भी देखने को मिलती हैं इसके जो भी जिम्मेदार अधिकारी हैं ऐसे लोगों पर कर्यवाही क्यों नहीं कर रहें है इनका मनोबल क्यों बढ़ाया जा रहा है तथा ऐसे मामलों में जो भी दोषी हो उसपर कार्यवाही करें यही हमारे विश्व महासंघ गौ रक्षा समिति के सभी पदाधिकारियों ने मांग की है!