बैठक में जिलाधिकारी की दो टूक चेतावनी सहकारी समितियों में नियमित रूप से उर्वरकों की जाए आपूर्ति सुनिश्चित

राज्य

 

आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा।जिलाधिकारी नगेन्द्र प्रताप ने सहकारी समितियों में खाद की उपलब्धता के सम्बन्ध में कृषि, सहकारी समिति, पी०सी०एफ० एवं इफ्को के अधिकारियों के साथ बैठक कर सहायक निबन्धक (सहकारिता) राजेश कुमार को दो-टूक शब्दों में चेतावनी देते हुये निर्देशित किया कि सहकारी समितियों में नियमित रूप से उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये।
सहायक निबन्धक (सहकारिता) ने अवगत कराया कि दिनांक 31 अगस्त, 2024 को 800 मै०टन एन०पी०एस० उर्वरक है, जनपद को प्राप्त हुई है, जिसमें से 468 मै०टन समितियों को भेज दी गयी है। चित्रकूट जनपद में आयोजित होने वाले अमावस्या मेले के मद्देनजर यातायात प्रतिबन्धों के चलते कुछ समितियों पर उर्वरक का प्रेषण नहीं हो पाया था, जिसे कल से प्रारम्भ करा दिया जायेगा। सहायक निबन्धक (सहकारिता) ने अवगत कराया कि जनपद में यूरिया एवं डी०ए०पी० की एक-एक जम्बो रैक की आवश्यकता है।
उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि जनपद के किसानों द्वारा खड़ी फसल की टॉप ड्रेसिंग में डी०ए०पी० का प्रयोग किया जा रहा है, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है। कुछ किसानों द्वारा जरूरत से अधिक उर्वरक भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत खरीदने की बात संज्ञान में आयी है।
जिलाधिकारी ने सहायक निबन्धक (सहकारिता) को निर्देशित किया कि डी०ए०पी० एवं यूरिया की एक-एक जम्बो रैक हेतु उनकी ओर से शासन को पत्र प्रेषित किया जाये। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी एवं सहायक निबन्धक (सहकारिता) को निर्देशित किया कि समितियों पर खाद की उपलब्धता की समीक्षा प्रतिदिन करें एवं सप्ताह में दो दिन मुख्य विकास अधिकारी से समीक्षा करायें।
जिलाधिकारी नगेन्द्र प्रताप ने किसानों से अपील की है कि जनपद में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसानों को अनावश्यक रूप से खड़ी फसलों में टॉप ड्रेसिंग के रूप में डी०ए०पी० के प्रयोग से बचना चाहिये, क्योंकि इससे फसलों को कोई लाभ नहीं होता है, साथ ही अनावश्यक अधिक खरीद करने की आवश्यकता नहीं है!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *