कौशल किशोर विश्वकर्मा की रिपोर्ट–
तिंदवारी (बांदा) ।
कस्बे में आयोजित ग्यारह दिवसीय रामलीला में गुरुवार रात्रि लंका दहन व विभीषण शरणागति की लीला का मंचन किया गया। लंका में अशोक वाटिका को उजाड़ने व लंका दहन की लीला का दर्शकों ने खूब आनन्द लिया।
लीला में जामवंत द्वारा हनुमान जी को शक्ति याद दिलाते ही बजरंग बली अपने विकराल रूप में आकर बोले “जामवंत क्या कहते हो, जाकर सागर को लांघू मैं, पहले लंकेश्वर को मारू या लंका उलटी कर दूं मैं”, के साथ सौ योजन का समुद्र पार कर लंका में प्रवेश करना, विभिषण से भेंट, रावण से हनुमानजी का संवाद रोचक रहा। रामलीला में हनुमान जी का किरदार छोटू महंत चित्रकूट ने निभाया। रावण जब हनुमान जी की पूंछ में आग लगवा देता है तो हनुमान जी रावण की सोने की लंका को जलाकर उसका अहंकार तोड़ देते हैं। यह दृश्य देखकर रामलीला मैदान हनुमान जी व जय श्री राम के जयकारे से गूंज उठा। जब राम जी की सेना समुंद्र के किनारे पहुंच जाती है तो प्रभु श्री राम हनुमान जी को रावण को अंतिम चेतावनी व सीता जी का हाल जानने के लिए भेजते हैं। जब हनुमान जी समुंद्र के ऊपर से जा रहे होते हैं तो आगे बढ़ने पर सुरसा हनुमानजी का रास्ता रोक लेती है। अनुनय विनय के बाद भी बात न बनने पर सुरसा के मुख का फैलाव 32 योजन होते ही हनुमान जी सूक्ष्म रूप धर प्रवेश कर, बाहर आ जाते हैं। सुरसा उनकी बुद्धि की प्रशंसा करने के साथ ही रामकाज पूर्ण करने का आशीर्वाद देती है। मच्छर के समान रूप धारण कर लंका में प्रवेश करते ही सुरक्षा में तैनात लंकिनी उनका रास्ता रोकती है। उनके घूंसे के एक वार से ही लंकिनी मुख से खून उगल देती है। कुटिया से राम-राम की आवाज सुन हनुमान अंदर जाते हैं और सामने विभीषण को पाते हैं। ब्राह्मण वेष हनुमान का परिचय पाते ही विभीषण प्रणाम करते हैं और माता सीता का पता बताते हैं। अशोक वाटिका पहुंचे हनुमान सीता पर रावण द्वारा किए जा रहे अत्याचार से व्यथित हो जाते हैं। इसके बाद अशोक वाटिका में फल खाने के समय उत्पात मचाने के चलते जब हनुमान जी को रावण दरबार में लाया जाता है तो अहंकारी रावण हनुमान जी की पूंछ में आग लगाने का आदेश देता है। लेकिन पल भर में हनुमान जी रावण की लंका को जलाकर राख कर देते हैं। रामलीला मैदान में सोने की लंका का निर्माण पूर्व की भांति श्री राम सेना द्वारा किया गया था। व्यास राकेश सिंह पचनेही तथा तबला वादक अंकित पांडेय पैलानी की लयबद्ध संगत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कमेटी प्रबन्धक आनंद स्वरूप द्विवेदी, अध्यक्ष अनिल कुमार लखेरा, महामंत्री अरविंद कुमार गुप्ता, मुख्य सचेतक हरवंश श्रीवास्तव, राजन गुप्ता, धीरज गुप्ता, अवनीश श्रीवास्तव, रितेश कुमार गुप्ता, अभिलाष गुप्ता सभासद, अमन गुप्ता,मनीष बजाज, व्यापार मंडल अध्यक्ष राहुल गुप्ता, हृदयेश श्रीवास्तव,निखिल गुप्ता, देवा सिंह, अखिलेश गुप्ता, अथर्व गुप्ता, राजू सोनी आदि कमेटी के श्री राम कार्यसेवकों ने व्यवस्था संभाली।