गौशाला संचालकों के कारनामों से असमय काल के गाल में समा रहे गौवंश मूकदर्शक बना प्रशासन

राज्य

 

रिपोर्ट- सोनू करवरिया अभिवादन एक्सप्रेस 
नरैनी- वर्तमान मेंअवैध कमाई की होड़ ने लोगों के जमीर को शायद तार तार कर रखा है अधिक धनोपार्जन करने के चलते यह लोग इतना नीचे गिर गये है की जिन्हें यह भी ज्ञान नहीं की बेजुबानों के पेट का निवाला छीनकर ऐश करना किसी बहुत ही घृणित कार्य से शायद कम नहीं जिसका खामियाज़ा आने वाली पीढ़ी को भुगतना पड़ता है भले ही आज प्रशासन द्वारा बेजुबान गौवंश की परवरिश के नाम के धन का बंदरबाँट कर लोग अपने आपको धनाड्य बनाने में संलिप्त हों किन्तु जिसदिन ऊपर वाले के न्याय की बारी आयेगी शायद सबकुछ मटियामेट होने में जरा भी देर नहीं होगी ऐसा लोगों का मानना है पर इन भ्रष्टाचारियों को समझाये कौन प्रशासनिक मशीन जंग खा चुकी है सरकारी नौकर बेखौफ हो गये हैं इन सभी के नकारापन की जीती जागती तस्वीर देखने को मिली सढा गौशाला मे यहाँ पर गौवंशों को बिना किसी अपराध के ही असमय मौत की सजा दी जा रही है इस गौशाला की स्थिति ऐसी की आपकी रूह कांप जाए लेकिन जिम्मेदारों को शायद इसकी कोई परवाह नहीं भ्रष्टाचार की कमाई खा खाकर इनकी अंतरात्मा मर चुकी है जिसके चलते यह लोग बेखौफ गौवंशों के हिस्से का भी पैसा बिना डकार लिए ही पूरा का पूरा खा जाते हैं और इनकी इन्ही हरकतों के बदले मे गौवंशों को मिलती है तड़पकर तड़पकर मौत आज विश्व हिंदू गौ रक्षा समिति के जिला प्रवक्ता उमेश तिवारी अपनी टीम के साथ जब सढ़ा एवं छतैनी गौशाला पहुंचे तो सढ़ा गौशाला में साफ सफाई बिल्कुल नहीं मिली गौवंशों की उदर पूर्ति हेतु बनायी गयी चरही में गौवंशों के गोबर का ढे़र लगा हुआ था।इस गौशाला में दो गौवंश मृत पाए गए एवं तीन गौवंश जर्जर शरीर लिए मरणासन्न अवस्था में गोबर से भरे दलदल मे असहाय पड़े हुये पाये गये !इस गौशाला में जब गौरक्षा समिति के लोग पहुंचे तब लगभग 2 बजे दिन में खड़ा पुवाल से लदा ट्रैक्टर जब आया तभी उन गौवंशों को खिलाने के लिये खड़ा पुआल डाला गया। इससे पहले भूख से ब्याकुल गौवंश अपने ही मल से तिनका तिनका पुआल बीनकर खाते नजर आए। यहाँ पर भूसे का स्टाक देखा गया तो देखने मे ऐसा प्रतीत हुआ की शायद ही कभी गौवंशों को भूसे के दर्शन कराये गये हों ठीक इसी प्रकार ग्राम छतैनी गौशाला का समूचा शेड भी दलदल से पूरा भरा हुआ था तथा गौवंशों को गौशाला के बाहर सिर्फ खड़ा पुआल ही डाला गया था साथ ही सबसे आश्चर्यजनक बात की यहाँ पर नाबालिक बच्चे द्वारा काम कराया जा रहा था इनके इस कृत्य को देखकर जिला प्रवक्ता उमेश तिवारी ने तत्काल यह सूचना जिलाधिकारी बांदा को दी तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को फोन के माध्यम से यथास्थिति बताई इसके साथ साथ तहसील अध्यक्ष सोनू करवारिया ने भी इन घृणित कार्यों के बारे में तत्काल उपजिलाधिकारी नरैनी को सूचना दी इन सभी अधिकारियों को दी गयी सूचनाओं के बावजूदअब देखना यह है की जिम्मेदार अधिकारी इस पर क्या कार्यवाही करते हैं या फिर बंद कमरे में बैठकर ऐसे गम्भीर मामलों को भी गोलमाल कर मामले को यूँ ही रफा दफा कर दिया जायेगा।

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